जमीन घोटाले के आरोप पर बिहार में मचा वबाल, अब सीएम नीतीश कुमार…
बिहार में लालू परिवार के खिलाफ मोर्चा खोल रखे बीजेपी नेता सुशील मोदी ने जमीन घोटाले पर कहा कि अब सीएम नीतीश कुमार में कार्रवाई करने की हिम्मत नहीं है. नीतीश सरकार के मंत्रीमंडल में लालू प्रसाद के दो बेटे और मंत्री उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव और स्वास्थ्य मंत्री तेजप्रताप यादव पर घोटाले में शामिल होने का आरोप लगा लगाया है.
मोदी ने सबसे पहले मिट्टी घोटाला का मामला उठाया उसके बाद उसके बाद रोज लगातार बड़े खुलासे कर रहे हैं. आज भी उन्होंने एक और खुलासा किया है. सुशील मोदी ने आज फिर मीडिया को बुलाकर लालू प्रसाद यादव और उनके परिवार को बड़े जमीन घोटाले का आरोप लगाया. उन्होंने नारा दिया कि “तुम मुझे जमीन दो, मैं तुम्हारा काम करूँगा” “जमीन के बदले काम – लालू का नारा”. उन्होंने बताया कि राबड़ी सरकार के कार्यकाल (2000-2005) के दौरान श्री ओम प्रकाश कत्याल एवं अमित कल्याल की कम्पनी Iceberg Industries Pvt. Ltd. ने बिहटा में शराब की फैक्ट्री लगायी. इसके बाद एक नई कंपनी बनी AK Infosystems Pvt Ltd. जिसमें श्री अमित कत्याल एवं उनके भाई राजेश कत्याल एवं अन्य Director थे.
इस कम्पनी में श्री तेजस्वी प्रसाद यादव, श्री तेज प्रताप, चन्दा यादव एवं रागिनी लालू 2014 जून से Director नियुक्त किए गए. चन्दा यादव एवं रागिनी लालू अभी भी AK Infosystems में Director हैं. श्री अमित कत्याल ने अपने सारे शेयर तेजस्वी (1500) एवं राबड़ी जी (4000) को 2014 में दे दिया. अमित कत्याल, राजेश कत्याल की कम्पनी AK Infosystems आज पूरी तरह से लालू परिवार के कब्जे में है.
उन्होंने बताया कि इस कम्पनी में मात्र 2 Director चन्दा यादव एवं रागिनी लालू है तथा 100 प्रतिशत शेयर राबड़ी देवी एवं तेजस्वी यादव के पास है. आज इस कम्पनी के पास पटना शहर में करोड़ों की जमीन है जिसका पूरा मालिकाना लालू परिवार के पास है. कत्याल परिवार को बिहार में शराब फैक्ट्री लगाने में मदद करने के एवज में लालू परिवार को करोड़ों की जमीन कत्याल परिवार ने सौप दी. Delight Marketing को होटल दिलाने के एवज में 200 करोड़ की 2 एकड़ जमीन के मालिक बन गए और अब शराब फैक्ट्री लगवाने के एवज में पटना शहर में करोड़ों की जमीन के मालिक बन बैंठे.
उन्होंने कहा कि सरकारी पद पर रहते हुए किसी को लाभ पहुँचाने के एवज में जमीन/सम्पत्ति/पैसा काम कराने के पहले या बाद में लिया जाना भ्रष्टाचार निवारण अधिनियमन के अंतर्गत आता है. इस मुद्दे पर सीएम साहब कुछ भी नहीं बोल रहे हैं. उन्होंने कहा कि सीएम नीतीश कुमार में कार्रवाई करने की हिम्मत नहीं है.
Article Source ~ DBN