शहीद के घर पहंची अजनबी महिला, रोकर बोली ये मेरे पति थे
भोजपुर जिले के तुलसी गांव में शहीद की अंतिम यात्रा शुरू होने से पहले एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। सोमवार को हुए नक्सली हमले में इस गांव के अभय मिश्रा शहीद हो गए थे।
शहीद का पार्थिव शव उनके घर पहुंचने से पहले एक अजनबी महिला दो बच्चों के साथ यहां पहुंच गई और कहने लगी कि वे मेरे पति थे। महिला की ये बात सुनते ही शहीद के माता-पिता हैरान रह गए। जैसे ही अभय मिश्रा की शहादत की खबर गांववालों की लगी उनके घर लोगों का हुजूम लग गया।
इतने में भीड़ के बीच एक महिला अभय के माता-पिता के पास पहुंची और रोने लगी। उसके साथ दो बच्चे भी थे। परिवार के अधिकतर लोग उस महिला को नहीं जानते थे। पूछने पर महिला ने खुद को अभय की पत्नी बताया और गोद में लिए बच्चे आयुष को अभय का बेटा बताया।
लोग उसकी बातों पर यकीन नहीं कर रहे थे, लेकिन अभय के भाई अमित मिश्रा को इसकी जानकारी थी। उसने सबको बताया कि महिला सच कह रही है। जगदीशपुर के एसडीओ बालमुकुंद प्रसाद ने बताया कि कटिहार जिले के रानी कुमारी से शादी होने की बात सामने आई है। सर्विस बुक में भी उसकी पत्नी का नाम है।
शहीद का शव बुधवार सुबह भोजपुर जिले के तुलसी गांव लाया गया। अभय की शहादत की खबर आते ही पूरा गांव मातम में डूब गया। बुधवार सुबह शहीद अभय मिश्रा को नम आंखों से अंतिम विदाई दी गई। शहीद की अंतिम यात्रा में सैकड़ों लोग शामिल थे। दो साल के बेटे आयूष ने शहीद पिता को मुखाग्नि दी।
Article Source ~ L.B