बिहार में यूपी सीएम आदित्यनाथ योगी के आगमन से बिहार की राजनीति में
बिहार में यूपी सीएम आदित्यनाथ योगी के आगमन से बिहार की राजनीति में हलचल साफ़ दिख रहा है । विपक्षी यानि महागठबंधन की तरफ़ से लगातार बयानबाजी का सिलसिला चल रहा है ।
केंद्र सरकार के तीन साल पूरे होने के अवसर पर यूपी मुख्यमंत्री आदित्यनाथ योगी को एक जनसभा को संबोधित करने के लिए पटना आमंत्रित किया गया है तथा इस समारोह पर मोहर भी लग चुकी है । जिसके बाद विपक्ष काफी जले भुने से नजर आ रहे हैं । इस रैली को अमित साह के 2019 के आम चुनाव की रणनीति से जोड़ा जा रहा है ।
वहीं विपक्ष की ओर से दनादन ब्यान फेंके जा रहे हैं । जदयू के तरफ से बयान जारी किया गया कि मोदी के पास ओर कोई कद्दावर नेता नहीं है जो योगी को भेजा जा रहा है । योगी को बिहार आकर सीखना चाहिए कि शराबबंदी को कैसे यूपी में लागू करें और महिलाओं को कैसे आगे बढ़ाएं । वहीं कांग्रेस की तरह से मतलब बिहार के शिक्षा मंत्री अशोक चौधरी ने ब्यान में कहा कि बिहार में योगी आए या ढोंगी बिहार की जनता को कोई फ़र्क नहीं पड़ता । बीजेपी बिहार में हमेशा सांप्रदायिक हिंसा को बढ़ावा देती है ।
ऐसा लग रहा है कि योगी आदित्यनाथ की रैली तक ये बयानबाजी की तलवारें ऐसे ही चलती रहेंगी । अब देखना है कि बीजेपी इसका क्या जबाव देगी है ।