दहेजबंदी बिहार : शादी हो तो ऐसी, NO दहेज NO जाति बंधन
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के सपनो को हकीकत के धरातल पर उतारने में जुटा है वैशाली का एक नवविवाहित जोड़ा। गुंजन और जयप्रकाश ने नीतीश कुमार के दहेज़ प्रथा को बिहार में बंद करने के अभियान को सबसे पहले वैशाली से शुरू किया है।
इतना ही नहीं इन दोनों की शादी दहेज़ मुक्त तो है ही ये शादी अंतरजातीय भी है। जयप्रकाश जिले के दिग्ग्गी के पैक्स अध्यक्ष है तो गुंजन के पिता रिटायर्ड सब इन्स्पेक्टर है। नीतीश कुमार ने जब से शराबबंदी के बाद दहेज़ प्रथा को बंद करने की बात कही है तभी से जयप्रकाश के मन पर मुख्यमंत्री के बातो का प्रभाव पड़ा और इस अभियान में खुद भी सहयोग करने की ठान ली।
इस बात की चर्चा उन्होंने अपने मित्र बालेंद्र दास से की।जिसके बाद बालेंद्र दास ने जयप्रकाश के गांव के ही बगल में रहने वाले रमाकांत प्रसाद से उनकी पुत्री गुंजन से जयप्रकाश की शादी का प्रस्ताव रखा। लेकिन ये भी शर्त रखी की ये शादी दहेज़ मुक्त होगी। गुंजन के पिता पहले से ही जयप्रकाश के बारे में जानते थे।
इसके बाद दोनों परिवार के सदस्यों ने मिलकर एक दिन तय किया और गुंजन-जयप्रकाश की सहमति से दोनों की सार्वजनिक शादी बीते 28 अप्रैल को हुई।वाकायदा बैंड बाजा , गाजे बाजे के साथ दोनों ने शादी की जिसके गवाह सैकड़ो लोग बने। इस शादी के बाद गुंजन भी काफी उत्साहित है और नीतीश कुमार के दहेज़ मुक्त बिहार के अभियान में जोर शोर से जुड़ने की बात कही।
साथ ही बाकी लड़कियों को भी दहेज़ मुक्त शादी करने की अपील की है। इस शादी से वधु पक्ष के कुछ लोग इस अंतरजातीय शादी से नाराज तो है। लेकिन खुद गुंजन की इस पहल ने नीतीश कुमार के दहेज़ मुक्त बिहार के अभियान को मजबूत किया है।
Article Source ~ L.B