बिहार में उद्योग होगा और विकसित ,किया जाएगा 3 हजार करोड़ का निवेश
राज्य में नए उद्योग केंद्र बनाएँ जाने की योजना तैयार की जा रही है । इंडस्ट्रियल कॉरिडोर में गैस पर आधारित उद्योग लगाए जाएंगे। इसके लिए पाइपलाइन को और विकसित किया जाएगा । इसका उद्देश्य उद्योग के लिए सस्ती ऊर्जा उपलब्ध कराना है ।
मिली जानकारी के अनुसार उद्योग के नए केंद्र जीटी रोड, फ्रेट कॉरिडोर और जगदीशपुर-हल्दिया, बोकारो-धामरा गैस पाइपलाइन के इर्द-गिर्द बनेंगे । उद्योग के लिए इस क्षेत्र में गैस अथॉरिटी ऑफ इंडिया (गेल) गैस पाइपलाइन के प्वाइंट भी देगा। उद्योग की दृष्टि से यह सर्वाधिक उपयुक्त माना जा रहा है। इसके निवेश के लिए इसके लिए उद्योग विभाग बड़े उद्यमियों के साथ आज मुंबई में बैठक होना था । बड़े पैमाने पर पाइपलाइन के समानांतर छोटी और मंझोली औद्योगिक यूनिटें लगेंगी। 19 हजार करोड़ का निवेश होगा। कहा जा रहा है कि पाइपलाइन से बिहार के बरौनी और झारखंड के सिंदरी के खाद कारखाने को फायदा होगा ही, साथ ही राज्यों में घर-घर रसोई में गैस भी पहुंचेगी। उद्योग के लिए सस्ती ऊर्जा उपलब्ध होगी।
योजना के अनुसार जेएचबीडीपीएल पाइपलाइन राज्य के 9 जिले कैमूर, रोहतास, औरंगाबाद, गया, नालंदा, लखीसराय, बेगूसराय, शेखपुरा और पटना से गुजरेगी। इन जिलों के 439 गांवों में होकर पाइपलाइन जाएगी। इस पर 3000 करोड़ का बिहार में निवेश होगा। वहीं जिन जिलों के पास से वर्तमान में पाइपलाइन गुजरता है उसके इर्द गिर्द गैस आधारित इंस्ट्रियल पार्क बनाने से उद्योग के लिए सस्ती ऊर्जा उपलब्ध होगी। इसके अलावा एक केंद्र नालंदा के पास विकसित करने की भी योजना है।