बिहार के इस 24 साल के युवक ने अमेरिका में स्थापित कर डाली अपनी कम्पनी
बिहार के युवा वर्ग ने अपनी प्रतिभा के बल पर हमेशा विश्व में बिहार नाम ऊँचा रखा है . देश को रत्न देने में बिहार हमेशा अव्वल रहा है .इन्हीं रत्नों में से एक है पटना के शरद ,जिन्होंने 24 वर्ष की उम्र में अमेरिका में न सिर्फ अपनी कम्पनी स्थापित कर ली बल्कि फोर्ब्स जैसी विश्व प्रतिष्ठित पत्रिका में अपनी जगह मार्क जुकरबेर्ग जैसी हस्ती के साथ बना ली .
शरद ने अमेरिका के बोस्टन में ‘डेक्सटैरिटी ग्लोबल’ नामक कम्पनी की स्थापना की .यह कम्पनी दक्षिण एशिया के अंडरग्रेजुएट और हाई स्कूल में पढनेवाले बच्चों को दुनिया में बेहतर अवसर उपलब्ध कराने की दिशा में काम करती है.इसके बाद उन्होंने एक के बाद एक सफलता हासिल की . विश्व प्रतिष्ठित पत्रिका फोर्ब्स की 30 अंडर 30 सूची में आने के तुरंत बाद अमेरिकी राष्ट्रपति भवन व्हाइट हाउस से शरद सागर को न्योता मिला था.इसके अलाव वह नोबल शांति पुरस्कार समारोह में भी शामिल हुए थे. इतना ही नहीं एशिया-यूरोप से चुने गए 26 डेलिगेट में भारत से दो डेलीगेट में से एक शरद थे .साथ ही अन्य 25 डेलिगेट के साथ नोबल शांति पुरस्कार विजेता कोलंबिया के राष्ट्रपति सैंटोस के सम्मान समारोह में सक्रिय भूमिका निभाई थी.भारत के 3000 समेत एशिया-यूरोप के करीब 5 हजार नामांकन में से 8-8 युवक-युवतियां प्रतिनिधिमंडल के चयन के लिए अंतिम राउंड में थे. इन्हीं में से शरद को चुना गया था. शरद ने और भी काफ़ी उपलब्धियाँ हासिल की है . नोबेल समारोह में शामिल होने से शरद गौरवविन्त महसूस कर रहे हैं.