इस धोखाधड़ी के कारण तेजस्वी की विधानसभा सदस्यता खतरे में
राजद सुप्रीमो के छोटे सुपुत्र तेजस्वी यादव पर आरोपों की लिस्ट दिन ब दिन बढ़ती ही जा रही है . आयकर विभाग द्वारा बेनामी संपत्ति को जब्त करने के साथ - साथ उपमुख्यमंत्री पद पर रहते हुए बेनामी संपत्ति का कार्यभार भी संभालने का तेजस्वी के धोखाधड़ी को भी सामने लाया गया है .
मिली जानकारी के अनुसार एबी एक्सपोर्ट प्राइवेट लिमिटेड के 98 प्रतिशत शेयर के साथ मालिक बने तेजस्वी यादव 10 जनवरी 2011 से ही कंपनी में डायरेक्टर का पद सम्भाल रहे थे . उन्होंने 9 नवंबर 2015 को उपमुख्यमंत्री पद का शपथ ग्रहण करने से पहले ही इस पद से इस्तीफ़ा दे दिया था परन्तु यह सिर्फ दिखाने के लिए था क्योंकि डिप्टी सीएम के पद पर होते हुए थी तेजस्वी ने बतौर कंपनी निदेशक चेक जारी करते रहे. इस सम्बन्ध में उनके हस्ताक्षर वाले 2016 के कई चेक आदि आईटी के हाथ लगे है . जिससे सिद्ध होता है कि तेजस्वी ने सिर्फ दिखावे के लिए कंपनी के डायरेक्टर पद से इस्तीफा दिया था , इस धोखाधड़ी के कारण उनकी विधानसभा सीट भी खतरे में पड़ चुकी है .