अनंत सिंह के गिरफ़्तारी की पूरी कहानी, कैसे लालू यादव ने…
24 जून को अपहरण और हत्या मामले में मोकामा से जदयू के बाहुबली विधायक अनंत सिंह को पुलिस ने गिरफ्तार किया था. पुलिस ने कहा था कि अनंत सिंह के घर से खून से सना कपड़ा और प्रतिबंधित हथियार मिले हैं. इसके अलावा पुलिस ने दावा किया था कि अनंत सिंह के घर से इंसास राइफल की 6 खाली मैगजीन और बुलेटप्रूफ जैकेट बरामद किए थे. उसके बाद पुलिस को अनंत सिंह को गिरफ्तार करने में चार घंटे की जद्दोजहद करनी पड़ी थी.
कैसे हुई गिरफ़्तारी:
मर्डर केस में अनंत सिंह के पटना के सरकार आवास पर मंगलवार दोपहर करीब 3.15 बजे एसएसपी विकास वैभव के साथ पुलिस फोर्स ने डेरा डाल दिया. फोर्स के साथ पहुंचे एसएसपी के हाथ में सर्च वारंट था. इसके बाद पुलिस ने वहां पहुंच कर विधायक के सरकारी आवास की तलाशी लेनी शुरू कर दी.
ठीक इसी वक्त यानी 3.15 बजे ही पुलिस की दूसरी टीम विधायक अनंत सिंह के लदवां के पैतृक आवास में एसपी मनोज तिवारी के नेतृत्व में सर्च ऑपरेशन शुरू हो गया था. तीसरी पुलिस टीम विधायक अनंत के बाढ़ आवास पर पहुंची हुई थी. इसका मतलब साफ था कि एक साथ अनंत सिंह के तीनों आवास पर एक ही वक्त में सर्च ऑपरेशन चल रहा था.
हालात बेकाबू न हों इसके लिए कई थानों की पुलिस मौके पर मौजूद थी. पटना के सरकारी आवास पर तलाशी के दौरान विधायक अनंत सिंह के बगीचे से इंसास रायफल की एक खाली मैगजीन मिली है. अनंत सिंह के घर से बुलेटप्रूफ जैकेट भी मिली. उनके सरकारी आवास के तालाब की भी तलाशी ली गई. एफएसएल की टीम ने साक्ष्य बरामद किया है.
जाने पूरा मामला:
गिरफ़्तारी की जमीन बाढ़ के पुट्टुस यादव मर्डर केस से जुड़ा हुआ है. 17 जून की रात बाढ़ से चार युवकों को अगवा किया गया था जिनमें से तीन तो वापस आ गए, लेकिन चौथे युवक पुट्टुस यादव की लाश लदवांपाल इलाके से मिली. ये इलाका विधायक अनंत सिंह के गांव के करीब है. पुट्टुस यादव के मर्डर केस में विधायक का नाम उछला. पुलिस के मुताबिक, गिरफ्तार लोगों में से कुछ ने विधायक अनंत सिंह का नाम भी लिया और यहीं से छोटे सरकार के लिए संकट खड़ा हो गया.
इस घटना को लेकर राजद ने पांच सदस्यीय दल को बाढ़ क्षेत्र में भेजा गया, वहां कि रिपोर्ट राजद सुप्रीमो लालू यादव को सौंप दिया गया. राजद उसके बाद से साफतौर पर अनंत सिंह पर हमलावर हो गई. बाढ़ गए दल का प्रतिनिधत्व कर रहे है राजद के प्रधान महासचिव मुद्रीका यादव ने अन्नत सिंह पर जमकर हमला किया और जल्द गिरफ्तारी की मांग की थी.
पार्टी प्रमुख लालू प्रसाद ने भी स्पष्ट किया है कि सरकार को कानून को उसका काम करने देना चाहिए. लालू ने कहा कि यह मामला पटना के नये एसएसपी विकास वैभव के लिए अग्नि परीक्षा है क्योंकि वह राज्य में आने से पहले एनआईए में थे. दूसरी बार विधायक बने अनंत सिंह पटना जिले के बाढ़ इलाके में कथित रूप से समानांतर प्रशासन चलाने के कारण ‘‘छोटे सरकार’’ के नाम से जाने जाते हैं.
Article Source ~ DBN